ॐ ह्रीँ पद्मविष्टरायै पद्मावत्यै नमः । खूखा छोड़ गरब में राखे, ताजी घड़ी बदाऊं बाला ॐ ह्रीँ सद्धर्मोत्सववर्धिन्यै पद्मावत्यै नमः । शनिवार के दिन पीपल के मूल में बैठकर दस हजार जप करने से भौतिक रोग तथा अभिचारिक कर्म समाप्त होते हैं। Chanting might help someone to obtain greater https://saraswatimantraforknowled26047.pages10.com/how-much-you-need-to-expect-you-ll-pay-for-a-good-most-powerful-sarv-karya-sidh-shabar-mantra-karya-siddhi-shabar-mantra-most-powerful-shabar-mantra-67824745